बिश्रामपुर | जयनगर धान समिति में नगद लेनदेन को लेकर बड़ा विवाद
सूरजपुर जिले के बिश्रामपुर क्षेत्र अंतर्गत जयनगर धान समिति एक बार फिर विवादों में घिरती नजर आ रही है। समिति प्रबंधक पर किसानों से नगद रूप में ली गई राशि को खातों में दर्ज नहीं करने और आर्थिक अनियमितता व गबन के गंभीर आरोप सामने आए हैं।
ग्राम कुरुवा निवासी किसानों का कहना है कि समिति प्रबंधक श्यामलाल प्रजापति द्वारा नगद जमा की गई राशि को जानबूझकर किसानों के ऋण खातों में दर्ज नहीं किया गया, जिससे किसानों को मानसिक और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
▶ किसान मान कुंवर का आरोप
किसान मान कुंवर ने बताया कि उन्होंने जयनगर धान समिति से खाद क्रय की थी। इसकी कुल राशि ₹7,415 उन्होंने 28 अप्रैल 2020 को नगद रूप में समिति प्रबंधक को जमा की थी।
आरोप है कि उक्त राशि आज तक उनके ऋण खाते में दर्ज नहीं की गई और समिति प्रबंधक द्वारा उसका गबन कर लिया गया।
▶ दूसरा मामला: केसीसी ऋण लेनदेन
इसी प्रकार, एक अन्य किसान विक्रमादित्य ने बताया कि वे जयनगर समिति से केसीसी ऋण का लेनदेन करते हैं। उन्होंने 27 जून 2024 को ₹8,392 नगद राशि समिति प्रबंधक के पास जमा की थी।
किसान का आरोप है कि 23 दिसंबर 2025 तक यह राशि उनके खाते में दर्ज नहीं की गई, जिससे गबन की आशंका और भी गहरी हो गई है।
▶ किसानों में आक्रोश
किसानों का कहना है कि समिति प्रबंधक के विरुद्ध पूर्व में भी कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे समिति की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
मामले को लेकर किसानों में भारी रोष व्याप्त है। किसानों ने पुराने लेनदेन और पूर्व शिकायतों की भी विस्तृत जांच कराने की मांग की है।
▶ प्रशासन से कार्रवाई की मांग
पीड़ित किसानों ने उप पंजीयक, सहकारी संस्थाएं के समक्ष लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच की मांग की है।